ganne ki kheti kaise karen यदि आप एक किसान परिवार से निवास करते हैं और आपको गन्ने की खेती के बारे में जानकारी लेनी है तो आप हमारे इस पेज पर बने रहिए आपका स्वागत है और हम आपको गन्ने से संबंधित संपूर्ण जानकारी देने का प्रयत्न करेंगे।
गन्ने की खेती मुख्यतः उसके द्वारा उत्पादन होने वाले रस के लिए की जाती है और गन्ने की इस रस को विभिन्न संसाधनों द्वारा संशोधित करके इससे गुड व चीनी बनाई जाती है।
हमारे भारत देश में संपूर्ण विश्व का लगभग 17% गन्ने का उत्पादन किया जाता है जो कि अपने आप में गर्व की बात है।
हमारे भारत देश में भी लगभग 50% गन्ने का उत्पादन अकेला उत्तर प्रदेश राज्य करता है और अन्य राज्य 50% उत्पादन करते हैं।
यदि हम बात करें तो गन्ने के उत्पादन में उत्तर प्रदेश के पश्चात महाराष्ट्र ,कर्नाटका, तमिल नाडु, हरियाणा और बिहार है।
Table of Contents
गन्ने की खेती करने के लिए कैसी भूमि का उपयोग करें?-
गन्ने के पौधे में सबसे ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है और इसे इस प्रकार बोना चाहिए कि इसमें लगातार पानी की निकासी होते रहे यानी कि पानी गन्ने की जड़ों के पास इकट्ठा नहीं होना चाहिए क्योंकि यदि पानी इकट्ठा होता है तो उसमें कीड़े पड़ने का डर रहता है।
गन्ने की खेती के लिए दोमट मिट्टी का उपयोग करें और इसे सितंबर माह के मध्य में दो बार एरो की सहायता से इसे पलट दिया जाना चाहिए जिससे कि जिस जमीन में हम गन्ना बोल रहे हैं वह जमीन थोड़ी लचीली हो जाए।
गन्ने की बुवाई करने से पहले भूमि को अच्छी तरह जोताई और बुआई से निपटा लेना चाहिए क्योंकि यदि गन्ने की फसल जिस खेत में लगा रहे हैं वह खेत बिगड़ा हुआ नहीं होना चाहिए और किसान को ध्यान देना चाहिए कि खेत समतल होना चाहिए ना कि ऊपर नीचे इसीलिए तो पहाड़ी क्षेत्रों में गन्ने की खेती नहीं की जा सकती है क्योंकि वहां पर जमीन ढलाई वाली होती है।
यह भी पढ़े :-आलू की खेती कैसे करें? Aalu ki kheti kaise karen
गन्ने की बुवाई का समय-
गन्ने की बुवाई का सबसे अच्छा समय अक्टूबर और नवंबर माह होता है क्योंकि इसमें में ना तो ज्यादा अधिक सर्दी होती है और ना ही ज्यादा अधिक गर्मी होती है यह मध्य वाला समय होता है जो की फसल को लगने में बहुत ही अधिक सहायता करता है।
यदि आप गन्ने की बुवाई गर्मियों के दिनों में करना चाहते हैं तो आपके लिए मार्च-अप्रैल का समय ठीक रहेगा क्योंकि मार्च-अप्रैल के समय में ज्यादा अधिक गर्मी नहीं होती है तथा फसल लगने का भी अधिक चांस रहता है।
गन्ने की बुवाई के समय क्या करना चाहिए?-
सामान्यतः हम गन्ने को पंक्तियों में बोते हैं तो इन पंक्तियों के मध्य कम से कम 6 इंच की दूरी होनी चाहिए तथा जिस स्थान पर गना बो रहे हैं वह जमीन से थोड़ी सी ऊंचाई पर होनी चाहिए जिससे कि गन्ने की जड़ों को फैलने में अधिक जगह और अच्छी मिट्टी मिल सके।
गन्ने को लगाते समय तीन आंख वाला बीज डालना चाहिए जिससे कि यदि दो आंख वाले बीज भी ना लगे तो कम से कम एक आंख वाला बीज तो लगे इसलिए हमेशा तीन आंख वाला बिज ही लगाना चाहिए।
यह भी पढ़े :- सरसों की खेती कैसे करें
गन्ने की बुवाई करने के बाद कौन से रासायनिक उर्वरक डालें-
गन्ने की बुवाई करने के पश्चात गन्ने की नलियो में फोरेट एक नली में 50 ग्राम और इस प्रकार गामा hc1 500ml डालना चाहिए।
यदि आप एक संपन्न किसान है तो आपको से विडोल भी डालनी चाहिए जिससे कि उत्पादन बहुत ही अधिक होता है।
गन्ने के खेत में रासायनिक उर्वरक का उपयोग करते समय बरतने वाली सावधानियां-
यदि आप गन्ने के खेत मे रसायनिक उर्वरकों का छिड़काव या मिलान कर रहे हैं तो आपके मुंह पर हमेशा मास्क रहना चाहिए क्योंकि उर्वरक में स्थित विषेल ओर खतरनाक रसायनिक पदार्थ आपके नाक मुंह में भी जा सकते हैं आपके हाथों में हमेशा दस्ताने रहने चाहिए जिससे कि कोई भी रसायनिक उर्वरक आपके शरीर के संपर्क में आए तो वह आपको नुकसान नहीं पहुंचाए।
यदि आप गन्ने के खेत में रसयनिक पदार्थ का छिड़काव कर रहे हैं तो
गन्ने के पेड़ की नमी अच्छी होनी चाहिए जिससे कि रसायनिक पदार्थ को वह है अच्छी तरह ग्रहण कर सकें।
रासायनिक पदार्थों का छिड़काव बुवाई के कम से कम 15 या 20 दिन बाद करना चाहिए या फिर 70 दिन बाद करना चाहिए।
यदि आपके गन्ने के खेत में खरपतवार अधिक हो गई है और आप उसमें खरपतवार नाशक छिड़कना चाहते हैं तो आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि यह गन्ने के पेड़ को भी नुकसान पहुंचाती है इसलिए आपको खरपतवार नाशक का छिड़काव नहीं करना चाहिए वेंटीलेटर आप फावड़े की सहायता से ही निराई गुड़ाई करनी चाहिए।
यह भी पढ़े :- 322 गेहूं की जानकारी Gehu ki kheti ki jankari hindi
गन्ने के खेत में खरपतवार का निवारण कैसे करें?-
गन्ने के खेत में खरपतवार हटाने के पश्चात गन्ने के पेड़ की रौनक ही अलग ही हो जाती है इसलिए हमेशा एक सिंचाई के पश्चात गन्ने के खेत में निराई गुड़ाई करनी चाहिए जिससे कि मिट्टी भी अच्छी रहे और फसल को कोई रोग ना लगे।
यदि आप एक संपन्न किसान है तो आपको गन्ने की निराई गुड़ाई करने के लिए आप वेंटीलेटर का भी उपयोग कर सकते हैं।
यदि आप संपन्न किसान नहीं है तो आप फावड़े या कुदाली की सहायता से निराई गुड़ाई कर सकते हैं।
गन्ना भारत की कौन सी फसल है?-
हमारे भारत देश में बोई जाने वाले गन्ने की फसल को हमारे द्वारा व्यवसायिक श्रेणी में रखा गया है क्योंकि इसका उत्पादन करने का मुख्य उद्देश्य व्यवसाय करना ही होता है और इसके पश्चात इसका संशोधन करके गुड व चीनी बनाई जाती है जिसे हम सर्करा भी कहते हैं
गन्ने की लंबाई बढ़ाने के लिए अच्छी दवाई कौन सी है?-
गन्ने की लंबाई बढ़ाने के लिए आप शहडोल 1000 का भी उपयोग कर सकते हैं यह गन्ने की लंबाई बढ़ाने की सबसे अच्छी दवाई होती है जो कि सबसे ही बेहतर होती है।
आप इसके लिए एड्रिन का भी छिड़काव कर सकते हैं यह गन्ने में मौजूद रोगाणुओं को मारकर उसकी लंबाई बढ़ाने में मदद करती है।
गन्ने का उत्पादन कैसे बढ़ाएं?-
यदि आप गन्ने की फसल लगा रहे हैं और आप इसका उत्पादन बढ़ाना चाह रहे हैं तो आपको इसमें ज्यादा रसायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल न करके जैविक खाद का उपयोग करना चाहिए क्योंकि जैविक खाद फसल के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है यदि आप लगातार जैविक खाद का प्रयोग करते रहेंगे तो आपके खेत की फसल भी अच्छी होने लगेगी तथा इसके साथ साथ ही खेत की मिट्टी भी अच्छी होने लगेगी।
यदि आप गन्ने का रसयनिक उर्वरकों के माध्यम से उत्पादन बढ़ाना चाहते हैं तो आपको मेघमा 400 मेघमा 500 आदि रसायनिक छिड़काव का उपयोग करना चाहिए क्योंकि यह गन्ने के उत्पादन में बहुत ही अधिक सहायता करते हैं।
गन्ने की फसल के लिए आवश्यक जलवायु-
गन्ने की फसल के लिए उपोषण जलवायु सबसे अच्छी रहती है क्योंकि इसमें ना तो ज्यादा अधिक सर्दी होती है और ना ही ज्यादा अधिक गर्मी होती है इसलिए सामान्यतः उपोषण जलवायु सबसे अच्छी रहती है।
गन्ना कितने वर्ष की फसल है?-
यदि आप गन्ने की बुवाई करने की सोच रहे हैं तो यह आपके लिए बहुत ही फायदेमंद है क्योंकि वर्ष में हम दो बार गन्ने की फसल ले सकते हैं गन्ने की फसल सामान्यत है 8 से 9 महीने की होती है गन्ने को हम सर्दियों तथा गर्मियों दोनों ही मौसम में लगा सकते हैं।
गर्मियों के दिनों में करना लगाने का सबसे अच्छा समय मार्च-अप्रैल होता है तथा सर्दियों में गन्ना लगाने का सबसे अच्छा समय नवंबर अक्टूबर होता है।
एक हेक्टेयर में गन्ने की कितनी फसल होती है?-
यह भी गन्ने के खेत की मिट्टी और किस्म अच्छी है तो लगभग 1 हेक्टेयर में 90 से 110 टन प्रति हेक्टेयर उत्पादन होने का चांस रहता है।
निष्कर्ष- ganne ki kheti kaise karen
हमारे द्वारा दी गई गन्ने की खेती के {ganne ki kheti kaise karen} बारे में जानकारी आपको कैसी लगी यदि अच्छी लगी हो तो कृपया कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बताइए यदि आपको गन्ने की खेती से संबंधित कोई भी क्वेश्चन पूछना है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं हम आप के सभी क्वेश्चन का उत्तर देने की पूर्ण कोशिश करेंगे यदि आप हमारे को गन्ने की खेती से संबंधित कोई सुझाव देना चाहें तो आपका स्वागत है।