Organic kheti kaise ki jaati hai नमस्कार दोस्तों, वर्तमान में बढती तकनीक और बढ़ते रसायन के दम पर ही खेती करते हैं। क्या आप जानते है की शुरुआत के समय में Organic kheti ही होती थी। हमारे इस लेख में आपको इसी के बारे में बताया जाएगा।
organic kheti कैसी होती हैं ?
हम इस बात को तो जानते हैं की भारत एक ऐसा देश हैं जहा पर आधी से भी ज्यादा आबादी खेती और कृषि आधारित कार्यों पर ही आधारित हैं। ऐसे में यह खेतों को अलग अलग तकनीकों से बोने का प्रयास करते हैं। इनमे से एक होती हैं आर्गेनिक खेती।
Organic खेती के बारे में सामान्य परिभाषा समझे तो यह उस प्रकार की खेती होती हैं जहा पर बिना की रसायन और कम से कम रसायन का इस्तेमाल कर के खेती की जाती हैं और पादपों की सिंचाई की जाती हैं। इस खेती को सामान्य भाषा में organic खेती के नाम से जाना जाता हैं।
भारत ही नही बल्कि दुनिया में जब लाखों साल पहले खेती की शुरुआत हुई तो उस समय यहाँ पर Organic खेती ही की जाती थी। वर्तमान में बढ़ते रसायन के इस्तेमाल से Organic खेती का विनाश होता जा रहा हैं पर नई तकनीक पर आधारित खेती की जा रही हैं ।
वर्तमान में Organic खेती का समय वापस आता दिखाई दे रहा हैं। बिना रसायन और बिना किसी तकनीक से की जाने वाली खेती को ही Organic खेती ने काम से जाना जाता हैं।
ऑर्गेनिक खेती के फायदे
Organic खेती के फायदों की बात करे तो इसमें कई ऐसे फायदे हैं जिन्हें आप जानते ही नही। चलिए जानते हैं इस खेती के फायदों के बारे में।
- Organic kheti जिसे हम जैविक खेती के नाम से भी जानते हैं। इस प्रकार की खेती से जमीं उपजाऊ बनती हैं और खेती के लिए भी जमीन अनुकूल बनती हैं।
- इसके अलावा खेती में लगने वाले सिंचाई के अन्तराल के समय में भी वृद्धि होती हैं।
- इस खेती में रासायनिक प्रदार्थों का कम या ना के बराबर इस्तेमाल होता हैं।
- इस खेती से पैदा होने वाली फसल शुद्ध और केमिकल मुक्त होती हैं जो की खाने में भी अच्छी रहती हैं और स्वास्थ्य के लिए भी अच्छी रहती हैं।
- वर्तमान में बाज़ार में जैविक खेती की मांग काफी बढ़ रही हैं।
- जैविक खेती का इस्तेमाल करने से भूमि की गुणवत्ता में सुधार आता हैं।
- इस खेती से भूमि में वाष्पीकरण कम होता हैं।
- भूमि जल स्तर में वृद्धि होगी।
- बीमारी मुक्त उत्पाद
- अन्तराष्ट्रीय बाज़ार में बढती मांग की पूर्ति करने के आसान तरिका, क्योंकि इस प्रकार के फसलों की मांग ही बाज़ार में ज्यादा हैं।
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जैविक खेती कितने प्रकार की होती हैं ?
जैविक खेती कितने प्रकार की होती हैं इसके बारे में भी जान लेते हैं। ताकि हम यह जान सके की हम कितने प्रकार की जैविक खेती कर सकते हैं। यह मुख्य रूप से 4 प्रकार की होती हैं और इनके बारे में एक – एक की जानकारी इस प्रकार हैं।
गोबर की खाद
जैविक खेती करने के लिए सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली विधि हैं, गोबर से खाद बनाने की विधि। इस विधि का इस्तेमाल करने से ऐसा माना जाता हैं खेती में और उगने वाली फसल में शुद्धता मिलती हैं। इन सब के अलावा यह उस बात पर भी निर्भर करता हैं की गाय और पशु, जिसके गोबर का इस्तेमाल करना हैं वो क्या – क्या और कितना खाता हैं। उस हिसाब से इस खाद का इस्तेमाल किया जाता हैं।
कम्पोस्ट खाद
इस प्रकार की खाद को तैयार करने में ज्यादा मेहनत नही लगती। इस खाद को बनाने में सूखे ठंडल, और सुखी पत्तियों से बनती हैं। इसको बनाने के लिए एक अलग प्रकार की विधि का इस्तेमाल किया जाता हैं जिसमे पत्तो, कूड़ा और करकट को एक पानी में भर कर उस को एक गद्दे में डाल कर उस पर पानी डाल कर उसे धक दिया जाता हैं, उसके बाद कुछ समय में वो तैयार हो जाती हैं।
वर्मी कम्पोस्ट बनाने की विधि
यह एक और प्रकार की विधि हैं जिसकी मदद से जैविक खेती को करना काफी आसान हैं। इस प्रकार के खाद में नाइट्रोजन और फास्फोरस इतियादी पाया जाता हैं। यह एक ऐसी खाद हैं जिसे केंचुओं से बनाया जाता हैं। इस खाद में कई प्रकार के सूक्ष्म जीवाणु पाए जाते हैं। यह एक प्रकार से पूरी क्रिया होती हैं जिसमे केंचुयें जमीन रेंगता हुआ बाहर आता हैं।
हरी खाद
इस खाद को बनाने के लिए एक प्रकार से खेती भी की जाती हैं। इसमें हरी घास को जमीं में उगाकर उसे 30 – 40 दिन बाद कोमल अवस्था में उसी जमीन पर दबा दी जाती हैं। इसके बाद वो घास सड और गल जाती हैं जो की वहा पर जमीन पर उगने वाली घास खाद में बदल जाती हैं।
जैविक खेती और रासायनिक खेती में अंतर
जैविक खेती और रासायनिक खेती में काफी अंतर होता हैं जिसे हमे समझना चाहिए। यह अंतर कुछ इस प्रकार का हैं।
- कम से कम या ना के बराबर रसायन का इस्तेमाल करने से खेती से उगने वाली फसल भी काफी अच्छी और शुद्ध होती हैं।
- सेहत के लिए भी इस प्रकार की खेती की फसल अच्छी होती हैं।
- इस खेती से भले से अनाज कम उगता हैं परन्तु जो भी उगता हैं वो दमदार उगता हैं। यह ही इस खेती का सबसे बड़ा फायदा हैं।
- जैविक खेती से उगने वाला अनाज शुद्धता के मामले में सबसे ऊपर होता हैं यानी इस खेती से उगने वाली फसल सबसे शुद्ध होती हैं।
- वर्तमान में रासायनिक खेती के मामले में जैविक खेती की शुरुआत काफी तेजी से हो रही हैं और इसमें वृद्धि होने का मतलब हैं की अब केवल जैविक खेती पर ही दी=ध्यान देने की जरूरत हैं। क्योंकि इस खेती से उगने वाली फसल शुद्ध और पोष्टिक होती हैं।
अंतिम शब्द Organic farming in hindi
हमारे इस लेख में आपको वर्तमान में ज्यादा चर्चित जैविक खेती कैसे करे ? (Organic farming in hindi) के बारे में बताया गया है। उम्मीद हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। और यह जानकारी अच्छी लगी होगी।